जीवन विज्ञान से संस्कार निर्माण संभव: मुनि जतनकुमार
राजसमंद| मुनिजतनकुमार ने कहा कि जीवन विज्ञान सम्यक जीवन जीने की कला सिखाता है। आज के युग में कैसे अच्छा जीवन जिया जाए। यह कला जीवन विज्ञान से संभव है। उक्त विचार मंगलवार को जैन राजनगर स्थित भिक्षुबोधि स्थल में धर्मसभा में व्यक्त किए। मुनि ने कहा कि जीवन विज्ञान से शिक्षा जगत में क्रांतिकारी परिवर्तन हो सकता है, जो मानव जाति के लिए लाभकारी कल्याणकारी सिद्ध होगा। जीवन विज्ञान संस्कार निर्माण प्रतियोगिता में श्रावकों को अधिक से अधिक भाग लेने की प्रेरणा दी। मुनि आनंदकुमार ने विद्यार्थी, अध्यापक और अभिभावक पर विचार रखे।
तीनों के लिए उपयोगी है इसमें आयु, लिंग की कोई सीमा नहीं है। इसलिए सभी वर्ग के लोग इसमें शामिल होकर लाभान्वित हो सकते हैं।
प्रतियोगिता 31 मार्च को:- जिला संयोजिका लाड़ मेहता ने बताया कि जीवन विज्ञान संस्कार निर्माण प्रतियोगिता जैन विश्व भारती लाडनूं की तरफ से प्रकाशित जीवन-विज्ञान स्वस्थ समाज का संकल्प, आचार्य महाप्रज्ञजी संवादों में जीवन विज्ञान, मुनि विजयकुमार नामक पुस्तकों के आधार पर यह साहित्य रूप में रखते हुए तैयार की गई है। प्रतियोगिता 31 मार्च को होगी।
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