ठाकुरजी की शोभायात्रा में गूंजा हाथी-घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की...
पालकी मेें विराजे प्रभु
राजसमंद/गजपुर। छहदर्जन से अधिक महिलाओं के सामूहिक बैकुंठी चौदस व्रत उद्यापन महोत्सव के तहत शनिवार को गाजे, बाजे से ठाकुरजी की शोभायात्रा निकाली गई। सांगठकला में भगवान चारभुजानाथ मंदिर से ठाकुरजी को पालकी में बिराजित कर जयकारों भजनों के धूम धड़ाके साथ बागोटा में कार्यक्रम स्थल पर लाया गया। विशेष अर्चना के बाद रात को कथा का गायन हुआ।
सांगठकला में भगवान चारभुजानाथ के मंदिर में पुजारी गेहरीदास वैष्णव द्वारा आरती उतारी गई। फिर व्रत उद्यापन करने वाले महिलाओं के अलावा लोगों ने दर्शन किए और साथ ही चारभुजा के जयकारों के साथ ठाकुरजी के प्रतिरूप को पालकी में बिराजित किया गया। सुबह ठीक 11 बजे सांगठकला से ठाकुरजी का बेवाण शोभायात्रा के साथ रवाना हुआ। शोभायात्रा में जय छोगाला छेल की..., हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की..., सरीखे गगनभेदी जयकारे लगाते श्रद्धालु चल रहे थे, तो महिलाएं मंगल गीत गाते चल रही थी। शोभायात्रा सांगठकला से डोकरिया तालाब, बंशावलियों का गुड़ा मार्ग, चौहानों की भागल, गुर्जरों की भागल, सालवी बस्ती, मामा मगरा, होलीथड़ा होते हुए गांव के मुख्य चौराहे पर पहुंची। रेवाड़ी जहां-जहां से गुजरी वहां के लोग अपने घरों की छतों से ठाकुरजी के दर्शन किए। बैंड पर भक्ति भजनों से माहौल भक्तिमय हो गया। रेवाड़ी गांव के मुख्य चौराहे पर पहुंचने के बाद पुजारी द्वारा ठाकुरजी की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद ठाकुरजी के प्रतिरूप को कार्यक्रम स्थल महादेव मंदिर परिसर में ले जाया गया, जहां बिराजित कर विशेष पूजा अर्चना की और आकर्षक शृंगार धराया गया। उसके बाद भुरिया नीम से करीब सौ से अधिक महिलाओं ने कलशयात्रा रवाना हुई, मोहली कुएं से रवाना होकर महादेव मंदिर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। शोभायात्रा में गजेसिंह राठौड़, करणसिंह, महेंद्रसिंह, रतनसिंह, बलवीरसिंह (पप्सा), किशनसिंह (बाबू), किशनसिंह, इंद्रसिंह, उदयङ्क्षसह, रामसिंह, रामसिंह (रामी), भगवतसिंह, फतेहसिंह, भैरूसिंह, लालसिंह, मोहनसिंह, सोहनसिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
हवन अनुष्ठान आज
बैकुंठीव्रत उद्यापन महोत्सव के तहत रविवार सुबह शुभ मुहूर्त में हवन अनुष्ठान होंगे। महादेव मंदिर के पास 70 यज्ञ वैदियां तैयार की गई है, जहां पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 70 जोड़े आहुतियां देंगे। उसके बाद परंपरानुसार सभी जोड़ों के पेरावणी रस्म भी निभाई जाएगी। दोपहर बाद महाप्रसाद का आयोजन होगा, जिसमें बागोटा के साथ आस पास के गांवों के लोग प्रसाद लेंगे।
गजपुर . बागोटा में बैकुंठी चौदस व्रत उद्यापन पर निकाली गई ठाकुरजी की शोभायात्रा में शामिल ग्रामीण।
0 comments: