अरुणकांत जी उस्ताद कांकरोली राजसमन्द
अरुणकांत जी उस्ताद कांकरोली राजसमन्द के जाने माने व्यक्ती है । छोटाकद, भरा भरा सा शरीर, ओजपुर्ण वाणी और चेहरे पर एक अलग सा, अनोखा सा आत्मविश्वास, दूर से ही कोई देखे तो एक ही नजर में जान सकता है कि उस्ताद जी आ रहें हैं । शहर के छोटे बडे सभी लोग आदर के साथ इनके चरणस्पर्श करते हैं ।
अरुणकांत जी वीर रस के कवि हैं और ओजपुर्ण कविताएं सुनाने का इनका अंदाज भी काफी दर्शनीय होता है, कुछ एसा अंदाज कि मुर्दे भी जोश में आ कर एक बार खडा हो जाए, फिर आपके हमारे जैसे लोगों की बिसात ही क्या है। ये ना केवल अव्छे कवि हैं बल्कि एक बहुत ही अच्छे शिक्षक, अनुभवी ज्योतिषी और अखाडे के दांव पेचों के गहन जानकार “उस्ताद” भी हैं । शायद इसलिए ही इन्हें सभी लोग आदर से उस्ताद के नाम से पुकारते हैं ।
अरुनकांत जी उस्ताद ज्योतिष के भी काफी अच्छे जानकार हैं और लोग काफी दूर दूर से इनके पास आते हैं । जिला एवं राज्य स्तर पर इन्हें काफी सारे पुरस्कारों से अब तक नवाजा जा चुका है । गुरुपूर्णिमा का दिन हो या फिर कोई भी साहित्यिक कवि सम्मेलन हो, इनकी उपस्थिति हमेशा वहां रहती ही है।
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