आखिरकार, चिबोड़ा व ओरवाडिय़ा की बुझी प्यास
सलूम्बर ।
तहसील के ओरवाडिय़ा व चिबोड़ा पंचायत के बाशिंदों की प्यास अब बेरोक-टोक बुझ पाएगी। चिबोड़ा के घाटी व ओरवाडिय़ा पंचायत में आखिरकार पानी की आपूर्ति बहाल हो गई। इससे शुक्रवार को सभी क्षेत्रवासी प्रसन्नचित्त दिखे और पत्रिका का शुक्रिया भी किया। दोनों पंचायतों के प्यासे होने का मुद्दा पत्रिका ने उठाया था। इसमें बताया गया था कि लाखों के बिल जमा नहीं हो पाने से दोनों पंचायतों की जल योजनाएं बंद थीं, क्योंकि बिजली निगम ने कनेक्शन ही काट दिए था।
बंद पड़ी जनता जल योजना की टंकियों के भौतिक सुधार को लेकर बुधवार को अधिकारी गांवों में पहुंचे थे और कामों को लेकर तखमीना बनाया गया। टंकियों की नपती करवाकर टंकियों को लोहे की झालियों से कवर करने के लिए एक-एक लाख रुपए का एस्टीमेट बनाया गया। इधर, घाटी में जनता जल योजना के बकाया 4 लाख 47 हजार बिल में से पंचायत ने एक लाख रुपए का चेक जमा करवा दिया है। इससे पूर्व उपखंड अधिकारी ने भी संबंधित विभागों के अधिकारियों को जनता की परेशानी दूर करने के लिए निर्देश दिए थे। इस पर पंचायतों ने भी बिल भर दिए तो बिजली विभाग ने भी विद्युत मीटर लगा दिए और आपूर्ति बहाल कर दी।
यह था मामला
ओरवाडिय़ा व चिबोड़ा पंचायतों में जनता जल योजना के तहत पीने के पानी की आपूर्ति हो रही थी, जो तीन माह से बंद थी। कारण बिजली निगम ने लाखों के बिल भेज दिए थे। चिबोड़ा में मोटी बाकियात निकालते हुए बिजली निगम ने योजनाओं के कनेक्शन ही काट दिए। दोनों पंचायतों के प्रशासन का कहना था कि निगम ने गड़बड़ की। पहले बिल समय पर नहीं भेजे। फिर एकसाथ बड़ी रकम जमा कराने को कह दिया। पंचायतों के पास इतनी राशि नहीं होती। ऐसे में कनेक्शन काट दिए गए। हालात ये थे कि दोनों जल योजनाएं बंद हो गईं थीं और क्षेत्र के लोग पानी के लिए परेशान हो रहे थे।
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