20 साल की उम्र में 2.3 करोड़ की नौकरी, बनाया फेसबुक से दमदार ऐप
पुणे/नासिक: फेसबुक और वाट्स ऐप को टक्कर देने वाला मोबाइल एप्लीकेशन 'एजेबुक' बनाने वाले नासिक के छात्र अजिंक्य लोहकरे को एप्पल ने 2.3 करोड़ पैकेज पर नौकरी ऑफर की है। 20 साल के अजिंक्य 9 दिसंबर को नौकरी ज्वाइन करने और ट्रेनिंग के लिए कैलिफोर्निया जा रहे हैं। उनके द्वारा बनाया गया यह ऐप लांच से पहले ही कॉर्पोरेट जगत में फेमस हो चुका है।
सोशल साइट्स के लिए बेस्ट ऐप
नासिक के भुजबल नॉलेज सिटी कॉलेज के छात्र रहे अजिंक्य मूलरूप से महाराष्ट्र के कोपरगांव के रहने वाले हैं। उनके द्वारा तैयार ऐप 'एजेबुक' कई सोशल साइट्स की टक्कर का है। कुछ टेक एक्सपर्ट की माने तो यह अब तक का बेस्ट यूजर फ्रेंडली ऐप है। इस ऐप को कॉर्पोरेट कंपनियों के कर्मचारियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। जल्द ही यह ऐप लांच होने वाला है। ये उस नेटवर्क पर भी काम करेगा जहां सोशल साइट्स बैन हैं। इसका सफल ट्रायल कई नामी कॉर्पोरेट कंपनियों ने किया है।
पहले भी तैयार किए कई सॉफ्टवेयर
अजिंक्य इससे पहले इंफोसिस में काम कर रहे थे। कंपनी की ओर से वे सिडनी में एक प्रोजेक्ट पर भी काम कर चुके हैं। अजिंक्य इससे पहले लैपटॉप सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर भी बना चुके हैं। सूत्रों की माने तो फेसबुक और वाट्स ऐप को टक्कर देने वाला ऐप बनाने के लिए ही एप्पल ने उन्हें यह सालाना पैकेज दिया है।
क्या हैं ऐप की खासियत
- वाट्स ऐप में ग्रुप मेंबर्स की संख्या 100 तक ही सीमित है, लेकिन एजेबुक में आप 2500 तक मेंबर्स एक ग्रुप में जोड़ सकते हैं।
- वाट्स ऐप में 100 एमबी तक ही डेटा शेयर कर सकते हैं, लेकिन एजेबुक में 2 जीबी तक डेटा बिना इंटरनेट के 3 किलोमीटर के दायरे में फ्री में शेयर किया जा सकता है। इसके लिए डेढ़ मिनट तक का समय लगेगा। इसके अलावा 3 किलोमीटर तक ऑडियो और वीडियो कॉल मुफ्त में की जा सकती है।
- इस ऐप के माध्यम से फेसबुक की तरह ही फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा सकती है। ऐप पर लॉग इन करते ही तीन ऑप्शन दिखाई देंगे। जिसमें फैमिली मेंबर, कास्ट मेंबर और आल वर्ल्ड का विकल्प है।
कैसे आया ऐप बनाने का आइडिया?
अजिंक्य को यह ऐप बनाने का आइडिया कॉलेज में पढ़ाई के दौरान आया था। उनके दोस्तों अक्सर वाट्स ऐप पर कम डेटा शेयर कर पाने और कम लोगों को एक ग्रुप में जोड़ पाने को लेकर शिकायत करते रहते थे। इसी से उन्हें एक ऐसे ऐप को बनाने का आइडिया आया जिसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जा सके और साथ ही हैवी डेटा शेयर करने की खासियत हो।
आईटी सेक्टर में देंगे योगदान
अजिंक्य कैलिफोर्निया जाने से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से मिलने वाले है। सूत्रों की माने तो वे राज्य के आईटी क्षेत्र में अपना योगदान देने को लेकर उनके सामने प्रस्ताव रखेंगे। अजिंक्य को भारत सरकार के समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति भी मिलती है। उनके ऐप के चलते उन्हें कई सम्मान भी मिले हैं।
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