जोधपुर: एक्सीडेंट में कटा हाथ ढूंढ लाई बहनें, 6 घंटे में डॉक्टरों ने वापस जोड़ा
जोधपुर(16 दिसंबर):जोधपुर में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां स्कूल बस हादसे में 8 बच्चे जख्मी हो गए जबकि एक बच्ची का हाथ कट गया। डॉक्टरों की टीम ने 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची का हाथ दोबारा जोड़ दिया और अब बच्ची की हालत स्थिर है।
बच्ची का नाम जिया है। डांस की शौकीन जिया को जब भी वक्त मिलता वो जी भर कर डांस करती लेकिन मंगलवार की सुबह से जिया का जिस्म शांत है। जिया मंगलवार को स्कूल जाते वक्त हादसे का शिकार हो गई । उसकी स्कूल बस पलट गई जिसमें 28 बच्चे जख्मी हो गए लेकिन इन बच्चों के बीच अस्पताल में जिस बच्ची को देख डॉक्टरों के होश उड़ गए वो जिया थी।
जिया बस में अपनी दो चचेरी बहनों के साथ सवार थी। वो बस में सबसे आगे ड्राइवर के पीछे वाली सीट पर बैठी थी। बस के पलटते ही सभी बच्चे स्कूल बस से निकलने लगे। जिया भी होश में थी लेकिन उसकी बहनों ने जब उसकी ओर देखा तो उनके होश उड़ गए। जिया का एक हाथ उसके जिस्म अलग हो चुका था। खून से सनी जिया के दाहीने हाथ का आधा हिस्सा गायब था ।
जिया की दोनों चचेरी बहनों ने जिया को बाहर निकालने के साथ ही उसके हाथ की तलाश शुरू की। दूसरे छात्रों के पैरों के बीच जिया का हाथ मिल गया। जिया के साथ ही उसके हाथ के कटे हुए हिस्से को भी अस्पताल लाया गया।
जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में पहुंचे 28 बच्चों में सबसे ज्यादा सीरियस हालत जिया की थी। डॉक्टरों ने जिया के बारे में फौरन एक्सपर्ट डॉक्टर्स को खबर दी और जिया के हाथ को जोड़ने की रणनीति बनाई जाने लगी।
मंगलवार सुबह 10:30 बजे ऑपरेशन शुरू हुआ। 6 घंटे तक तीन चरणों में हाथ की हड्डी जोड़ी गई , इसके बाद नसों को जोड़ कर ब्लड सप्लाई शुरू की। देर शाम हाथ का ब्लड सर्कुलेशन बराबर चल रहा था। जिया को वेंटिलेटर से हटाकर आईसीयू में शिफ्ट किया।
डॉक्टरों ने अपना काम कर दिया है और अब जिया का परिवार उसके लिए दुआ मांग रहा है क्योंकि इस तरह के ऑपरेशन के सफल होने के बारे में 36 घंटे के बारे में ही कहा जा सकता है। जिया की हालत में सुधार को देखकर डॉक्टर और उसके परिवार को पूरी उम्मीद है कि जिया फिर से ऐसे ही नाच सकेगी।
डॉक्टरों के मुताबिक शरीर का हिस्सा सिर्फ कटकर अलग हुआ हो तो उसे जोड़ना आसान होता है। मुश्किल कुचले और डैमेज हो चुके अंगों को जोड़ने में होती है।
मंगलवार को हुए इस हादसे में कई बच्चों को चोट लगी थी । डॉक्टरों ने सभी बच्चों का इलाज करने के साथ ही जिया का भी जल्द घर भेजने का वादा किया है।
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