शहर और गांवों में एेसा भेदभाव क्यूं रहा है डिस्कॉम
सनसिटी के पांच इलाके एेसे हैं जहां सबसे अधिक बिजली चोरी हो रही है, लेकिन डिस्कॉम चाहकर भी यहां कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। बिजली छीजत में ये इलाके सबसे ऊपर हैं, इसके बावजूद डिस्कॉम की मेहरबानी के चलते यहां बिजली कटौती की मार से उपभोक्ता बचे हुए हैं।
इसके विपरीत ग्रामीण उपभोक्ताओं के फीडर की छीजत भी शहर के बराबर होने के बावजूद उन्हें रोजाना आठ से नौ घंटे बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है। डिस्कॉम का यह भेदभाव ग्रामीण उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रहा है, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
शहर में यहां सबसे ज्यादा छीजत
जोधपुर शहर में फिलहाल पांच फीडर की छीजत सबसे अधिक है। इनमें किला सब स्टेशन के 11 केवी रानीसर फीडर, उम्मेद चौक फीडर, नागौरी गेट का चांदखां फीडर, कुड़ी तृतीय का झालामण्ड फीडर व कचहरी का बम्बा मोहल्ला फीडर शामिल हैं।
ये इलाके एेसे हैं, जहां बिजली छीजत 40 प्रतिशत से भी अधिक है। यहां बिजली चोरी सबसे अधिक हो रही है। यहां चकरी वाले मीटर व बंद मीटर भी सबसे अधिक लगे हुए हैं। लेकिन डिस्कॉम के लिए इन इलाकों में कार्रवाई करना मुश्किल हो रहा है।
इतनी ही छीजत, लेकिन यहां कटौती की मार
जोधपुर जिला वृत्त के बावड़ी उपखण्ड के 2 फीडर- कजनाऊ खुर्द सब स्टेशन से कजनाऊ कृषि फीडर तक व चंटालिया सब स्टेशन से झूंझार नगा तक, तिंवरी का 1 फीडर- तिंवरी सब स्टेशन से बड़ी भैंसेर तक, भोपालगढ़ के 2 फीडर- मंडली सब स्टेशन से टोडियाना व हीरादेसर सब स्टेशन से ताम्बिडि़या तक वर्तमान में 40 प्रतिशत से अधिक छीजत है।
यहां सुबह 5 से 9 बजे तक व शाम 6 से रात 10 बजे तक सिंगल फेज बिजली सप्लाई दी जाएगी। साथ ही कृषि फीडर के ब्लॉक के हिसाब से दिन में साढ़े छह घंटे व रात में सात घंटे सप्लाई दी जाएगी। इस प्रकार करीब 15 घंटे रोजाना सप्लाई मिलेगी। शेष 9 घंटे कटौती होगी, जबकि शहर में एेसा नहीं किया जा रहा है।
शहर में विजिलेंस से कम करेंगे छीजत
जोधपुर शहर में पांच फीडर चिह्नित किए गए हैं। यहां छीजत 40 प्रतिशत से अधिक है, लेकिन यहां कटौती नहीं करेंगे। यहां बिजली चोरी पकड़कर व पुराने बंद मीटर बदलकर छीजत कम करेंगे। ग्रामीण में एेसे फीडर वाले क्षेत्रों में कटौती की जा रही है।
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