भारत की खुली व बढ़ती अर्थव्यवस्था में निवेश करें : मोदी

7:19 PM Rajsamand Blog 0 Comments

कुआलालंपुर, 21 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक निवेशक समुदाय से शनिवार को कहा कि वे भारत में अपना उद्यम लगाएं व वहां के तीव्र विकास, मजबूत बुनियादी सुविधाओं, निरंतर सुधार व अनुकूल माहौल का लाभ उठाएं। मलेशिया व सिंगापुर के पांच दिवसीय दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने आसियान के साथ व्यापार के विस्तार के लिए एक अरब डॉलर के क्रेडिट लाइन की घोषणा की और इसके 10 सदस्य देशों को इलेक्ट्रॉनिक वीजा जल्द देने का वादा किया।

उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ ठोस वैश्विक कार्रवाई का आह्वान किया और ब्रुनेई, दारूसलाम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड व विएतनाम के नेतृत्व को सौर गठबंधन में शामिल होने के लिए कहा, जिसे उन्होंने 122 देशों के साथ प्रस्तावित किया है।

उन्होंने कहा कि अगर हम प्रमुख आर्थिक संकेतकों के नजरिए से देखें, तो पिछले समय की तुलना में हमारे कामकाज संभालने के 18 महीनों में भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। जीडीपी वृद्धि दर बढ़ी है और महंगाई कम हुई है। विदेशी निवेश बढ़ा है और चालू खाते का घाटा कम हुआ है। कर राजस्व बढ़ा है और ब्याज दर कम हुई है। इसके अलावा, राजकोषीय घाटा कम हुआ है रुपये की कीमत स्थिर हुई है।
मोदी ने कहा, “निश्चित तौर पर यह सब अचानक नहीं हुआ है। वैश्विक अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन अच्छा नहीं है। भारत की यह सफलता लगातार किए जा रहे प्रयासों का नतीजा है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “आसियान अर्थव्यवस्था के अधिकांश देशों ने एशिया के पुनरुत्थान में अपना योगदान दिया है।”

उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि हमारा समय आ चुका है।”

मोदी ने कहा कि भारत व आसियान के बीच व्यापार थोड़े समय के लिए घटने के बाद साल 2014-15 के बीच बढ़कर 76.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
उन्होंने पेरिस में 30 नवंबर से शुरू होने जा रहे 12 दिवसीय जलवायु परिवर्तन पर सम्मेलन से पहले जलवायु परिवर्तन का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, “भारत का स्वच्छ ऊर्जा अभियान : साल 2022 तक 175 गीगावाट स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करने की महत्वाकांक्षी योजना है और साल 2030 तक कुल ऊर्जा का 40 फीसदी गैर-जीवाश्म ईंधन की है।”

उन्होंने कहा, “मैंने सौर ऊर्जा से समृद्ध 122 देशों के साथ एक अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन को प्रस्तावित किया है, जिसे फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद और मैं 30 नवंबर को पेरिस में लांच करेंगे। हम उसमें भागीदारी के लिए आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं।”

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने शनिवार को कहा कि भारत-जापान के बीच द्विपक्षीय संबंध में असीम क्षमता है, वहीं चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने कहा कि भारत-चीन के बीच मतभेद से अधिक साझा हित हैं।

आसियान में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड व वियतनाम शामिल हैं।

व्यापार सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में निवेश के लिए माहौल बनाने के लिए उठाए गए कई कदमों से लोगों को अवगत कराया, जैसे ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ व ‘स्किल इंडिया।’

उन्होंने कहा, “मैं आपको भारत आने और वहां की बदली फिजां से रूबरू होने का न्यौता देता हूं। हवा को सीमा पार करने में थोड़ा वक्त लगता है। यही कारण है कि मैं आपको व्यक्तिगत रूप से न्यौता देने के लिए यहां हूं।”

हाल में की गई कुछ पहल को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे बीमा, रक्षा व रेलवे, मंजूरी के लिए अनुमतियों को ऑटोमेटिक किया गया, फॉरेन पोर्टफोलियो इंवेस्टमेंट नॉर्म्स को आसान किया गया और पूर्वप्रभावी कर को खत्म कर दिया गया।

उन्होंने कहा, “इस तरह के सुधारों के साथ हम दुनिया की खुली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गए हैं।”

मोदी शनिवार को बाद में 13वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे, जिसके बाद रविवार को वे 10वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

0 comments: